ग्वालियर। संस्कार भारती ग्वालियर महानगर द्वारा रविवार को पड़ाव स्थित कला वीथिका में आनंद उत्सव का आयोजन हुआ। उत्सव में कला, संगीत और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वर वाद्य वृंद से हुआ जिसकी मनमोहक प्रस्तुति ने वातावरण को भावपूर्ण बना दिया।
डॉ. श्याम रस्तोगी के निर्देशन में युवा कलाकारों ने ग्रामोत्सव और शक्ति आह्वान जैसे विषयों पर वाद्य संगीत की मनमोहक रचना प्रस्तुत की। सितार, की-बोर्ड, हारमोनियम, तालवाद्य, वायलिन, माउथ ऑर्गन और युकीलेले जैसे वाद्ययंत्रों के संगम ने भारतीय लोकजीवन और दैवीय ऊर्जा का सशक्त संदेश दिया। प्रस्तुति के दौरान वैदिक मंत्रोच्चार ने वातावरण को और अधिक आध्यात्मिक बना दिया।इसी क्रम में शास्त्रीय नृत्य हुआ, जिसमें शहर की युवा कलाकार कामना सिकरवार ने कथक में श्री राम स्तुति की

मोहक प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम का समापन दीपदान से हुआ, जिसमें उपस्थित सभी लोगों ने भगवान श्रीराम के चरणों में दीप अर्पित कर सनातन परंपरा के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। इस दौरान युवा कलाकारों ने श्रीराम को दीपदान करते हुए स्केच बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
मुख्य अतिथि के रूप में श्रीराम कॉलेज के अध्यक्ष श्री हरेंद्र शर्मा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर संस्कार भारती की ओर से संभाग प्रमुख शेखर दीक्षित, संरक्षक प्रो. आलोक शर्मा, मार्गदर्शक दिनेशचंद्र दुबे, अध्यक्ष डॉ. संजय धवले, महामंत्री चंद्रप्रताप सिकरवार, कोषाध्यक्ष आशुतोष वाजपेई, संयोजक अशोक आनंद, प्रचार प्रमुख कुलदीप पाठक, सहित अनेक संस्कार मित्र एवं कला प्रेमी उपस्थित रहे। संचालन मंचीय कला प्रमुख डॉ विकास विपट ने किया।
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