📰भारत अब अमेरिका-रूस-इजराइल जैसी स्पेशल फोर्स बनाने की तैयारियों में 🚁🔫
नई दिल्ली |
भारत अब अमेरिका की डेल्टा फोर्स, नेवी सील्स, रूस की स्पेत्सनाज और इजराइल की सायरेट मतकाल जैसी स्पेशल फोर्स बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है। इसके लिए तीनों सेनाओं – थलसेना, नौसेना और वायुसेना – की एलीट कमांडो यूनिट्स को मिलाकर जॉइंट वॉर थ्योरी तैयार की गई है।
👉 इस संयुक्त युद्ध सिद्धांत में स्पष्ट किया गया है कि युद्ध, आतंकवाद या किसी बड़े खतरे की स्थिति में ये कमांडो न सिर्फ सीमा पार दुश्मन पर सटीक वार करेंगे, बल्कि शांति काल में भी सामरिक मिशन अंजाम देंगे।

📌 भारत की स्पेशल फोर्सेस की ताकत:
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थलसेना – पैरा स्पेशल फोर्स (9 बटालियन): सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक और बंधक मुक्ति में विशेषज्ञ।
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नौसेना – मार्कोस कमांडो: समुद्री युद्ध, अंडरवॉटर मिशन और तटीय सुरक्षा में माहिर।
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वायुसेना – गरुड़ कमांडो: एयरबेस सुरक्षा, एयरबॉर्न स्ट्राइक, दुश्मन के एयरफील्ड पर हमला और सर्च-एंड-रेस्क्यू में एक्सपर्ट।
👉 उद्देश्य:
दुश्मन की सामरिक ठिकानों पर अंदर घुसकर हमला कर उनकी अर्थव्यवस्था और युद्ध क्षमता को पंगु बनाना।
🌍 दुनिया की दिग्गज स्पेशल फोर्सेस
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Delta Force (US): आतंकवाद-रोधी और बंधक मुक्ति में सबसे मजबूत।
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Navy SEALs (US): समुद्र, धरती और आकाश – हर जगह मिशन अंजाम देने वाली यूनिट (ओसामा बिन लादेन मिशन सबसे बड़ा उदाहरण)।
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Spetsnaz (Russia): निर्दयी ट्रेनिंग और गुप्त ऑपरेशन्स के लिए प्रसिद्ध।
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Sayeret Matkal (Israel): खुफिया और बंधक बचाव मिशनों में सबसे खतरनाक।
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