October 26, 2025

कला एवं संस्कृति का अतुलनीय संगम के साथ 20वे उद्भव उत्सव का आगाज

ग्वालियर। भारतीय कला एवं संस्कृति को देश-विदेश में विश्वपटल पर रोशन करने वाली उद्भव सांस्कृतिक एवं क्रीडा संस्था द्वारा चार दिवसीय ‘‘20 वे उद्भव उत्सव‘‘ का आयोजन आज 26 अक्टूबर से होने जा रहा है। इस अवसर पर उत्सव में भाग लेने वाले प्रतिभागियो के टीम लीडर ने मीडिया से चर्चा करते हुए स्टोनिया ग्रुप ऑफ पासुके के प्रतिनिधि ने कहा कि वे भारत की संस्कृति, महौल और कलाप्रेमियों का उत्साह देखकर दिल खुशी से भर गया है। उम्मीद है कि भारत के लोगों को स्टोनिया का फोक डांस भाएगा। तूबा रीजन की प्रतिनिधि ने बताया कि वे भारतीय फिल्म व कल्चर से प्रभावित होकर भारत आये व यहां आकर अपने पारंपरिक परिधान पहनकर क्षेत्रीय नृत्य ‘शमा‘ की प्रस्तुति देंगी। इसके अलावा रूसी प्रतिनिधियों ने भी अपनी कला व नृत्य बेजोड़ प्रस्तुति देने का वादा किया। साथ देश के विभिन्न राज्यो से आये टीम लीडर्स ने अपनी नृत्य के जानकारी दी। जिसमें गुजरात के प्रसिद्ध नृत्य गरबा का विशेष प्रकार की प्रस्तुति के बारे में बताया। औरंगाबाद से प्रथम बार उत्सव में भाग ले रही टीम ने भारतनाट्यम की प्रस्तुति के बारे में बताया। व उन्होने कहा कि वे इस भव्य कार्यक्रम में आकर खुशी महसूस कर रहे हैं। डीपीएस गुडगांव से आये टीम लडर्स ने कहा कि वे इस तरह की प्रतियोगिताओं का सालभर इंतजार करते हैं। उद्भव के माध्यम से उन्हे उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच मिलता है।

डीपीएस गुडग़ांव, विद्यादेवी जिंदल स्कूल हिसार, लखनऊ, अमरकंटक, इंदौर आदि विभिन्न स्थानो से से आए प्रतिनिधियों ने भी अपने नृत्य के बारे में जानकारी दी।

पत्रकारो से चर्चा करते हुए संस्था के अध्यक्ष डॉ केशव पाण्डेय ने कहा महोत्सव का उद्देश्य युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोडऩा, लोक कलाओं को संरक्षित करना और ग्रामीण विरासत को अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है।

आगे उन्होने बताया कि इस बार विभिन्न स्कूल से आए हुए बैंड कार्यक्रम का मुख्य केंद्र होगे। संस्था के सचिव दीपक तोमर ने बताया कि आज 26 अक्टूबर दोपहर 3 बजे रूपसिंह स्टेडियम से राजमाता विजयराजे सिंधिया चौराहे तक कार्निवाल/चल समारोह निकाला जायेगा। व कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 5 बजे जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में देश की सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना पद्मश्री सम्मानित डॉ नलिनी व डॉ कमलिनी की गरिमामयी उपस्थिति में, नगर की महापौर श्रीमती शोभा सिकरवार के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न होगा। शुभारंभ में राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय की कुलगुरू प्रो स्मिता सहस्त्रबुद्धे, जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरू डॉ राजकुमार आचार्य व एनएनआईपीई की कुलगुरू कल्पना शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित रहेगी।