December 1, 2025

भक्तों की रक्षा एवं लीला के लिए होता है भगवान का अवतार – संत समर तीर्थ महाराज  

ग्वालियर। परमार्थ आश्रम, एबी रोड ग्वालियर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की कथा में संत समर तीर्थ महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के अवतार की कथा का दिव्य वर्णन किया। महाराज जी ने कहा कि भगवान का अवतार केवल धर्म की स्थापना के लिए ही नहीं, बल्कि भक्तों के साथ लीला करने और उनकी रक्षा करने के लिए भी होता है। जब देवकी और वासुदेव जैसे भक्तों के मन में भगवान को पुत्र रूप में देखने की इच्छा होती है, तब भगवान भक्तों का मान रखने के लिए पुत्र स्वरूप में अवतरित होते हैं। महाराज जी ने कहा कि जो निराकार ब्रह्म है, जिसे शेष, महेश और गणेश तक नहीं समझ सकते, वही प्रेमवश भक्तों के साथ लीला करते हैं —

ग्वाल बालों के साथ खेलते हैं, गाय चराते हैं, माखन खाते हैं, सखियों के संग रास रचाते हैं और अर्जुन को गीता का उपदेश देकर कंश जैसे दुष्टों का संहार करते हैं। कथा स्थल पर आज भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भक्तों ने “कान्हा जी का जन्म नाचते-गाते” हुए उल्लासपूर्वक मनाया। आचार्य मनीष कृष्ण शास्त्री ने वेद मंत्रों का उच्चारण किया, बधाइयां दीं, माखन-मिश्री का भोग लगाया गया, कॉफी और खिलौनों की वर्षा की गई, और कथा स्थल को फूलों व गुब्बारों से सजाया गया। आचार्य शास्त्री ने बताया कि कल कथा में भगवान की बाल लीलाएं — माखन चोरी लीला और गोवर्धन लीला का वर्णन किया जाएगा। आरती में पूर्व सभापति गंगाराम बघेल, पतंजलि पीठ के सदस्यगण एवं बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन एवं मीडिया समन्वय राजू पंडित द्वारा किया गया।